17 October 2016

इंतज़ार नहीं

इंतज़ार नहीं


बैठे बैठे इंतज़ार करो कब वो आएगी,
यह घड़ी न जाने कब ख़त्म होगी ।
बैठे रहो तुम इंतज़ार में, घड़ी तो चली जायगी,
बैठो मत, उठो कुछ करो पर इंतज़ार नहीं  ।।

दुनिया में कुछ करने की कमी नहीं,
क्यों बैठे हो तुम इंतज़ार में,
किसका है तुम्हे इंतज़ार ?
इंतज़ार नहीं , उद्देश्य करो ,साधना करो ,
उसे पूर्ण करो, 
मेहनत करों,उद्देश्य पूरा करो ।।

बैठो मत, उसे पाने की चाह में ,
मेहनत करों ,सोचो मत , कुछ काम करो,
कुछ काम करो ।।

                                          ------ हरेंद्र -------

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