23 April 2016

यदि मैं पक्षी होता ?


यदि मैं पक्षी होता

यदि मैं पक्षी होता ?

विस्व में उड़ता फिर्ता

न कोई सरहद रोकती,

न कोई दिवार टोकती ,

उड़ता आसमान में दूर ,

रहता उड़ता दूर -दूर ,

डोलती धरती मन में ,

झूमती आसमां तन में ,

रहता दुनिया के माहौल से दूर,

गाता सिर्फ अपना धुन ,

काश ! यदि मैं पक्षी होता !

काव्यकारJoytish Chakraborty ( हरेंद्र )

द्वारा रचित

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