रोने से ,
आँसू ही निकलते है ,
हॅसने से
होते है ख़ुशी ,
फिर क्यों लोग रोते है बताओ ?
क्यों होते है दुःखी।
हॅसना शेखो यारो ,
हो जाओ सुखी ,
जीवन जियो कहके अभी ,
न की और कभी
और कभी। ....
काव्यकार – Joytish Chakraborty ( हरेंद्र ) द्वारा रचित
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