22 April 2016

रोने से


रोने से ,

आँसू ही निकलते है ,

हॅसने से

होते है ख़ुशी ,

फिर क्यों लोग रोते है बताओ ?

क्यों होते है दुःखी

हॅसना शेखो यारो ,

हो जाओ सुखी ,

जीवन जियो कहके अभी ,

न की और कभी

और कभी। ....

काव्यकारJoytish Chakraborty ( हरेंद्र ) द्वारा रचित

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