22 April 2016

देश अपना


देश अपना

इस देश के संतान है हम ,

इस देश के अभिमान है हम ,

इस देश पे कुर्बान है हम ,

इस देश  पे मेहरबान है हम ,

इस देश  के कर्ज़दार है हम ,

इस देश के संतान है हम ,

निभाना है फ़र्ज़ अपना ,

चुकाना है क़र्ज़ अपना ,

इस देश के अभिमान है हम,

इस देश के जवान है हम।

काव्यकारJoytish Chakraborty ( हरेंद्र ) द्वारा रचित

No comments:

Post a Comment