देश अपना
इस देश के संतान है हम ,
इस देश के अभिमान है हम ,
इस देश पे कुर्बान है हम ,
इस देश पे मेहरबान है हम ,
इस देश के कर्ज़दार है हम ,
इस देश के संतान है हम ,
निभाना है फ़र्ज़ अपना ,
चुकाना है क़र्ज़ अपना ,
इस देश के अभिमान है हम,
इस देश के जवान है हम।
काव्यकार – Joytish Chakraborty ( हरेंद्र ) द्वारा रचित
No comments:
Post a Comment